Sunday, January 9, 2022

 

परेल स्टेशन पर बने ऊपरी रास्ते से आते-जाते कई बार एसबीआई क्रेडिट कार्ड के सेल्स एक्जीक्यूटिव के बोलने को नजरअंदाज करके आगे बढ़ा हूं। क्रेडिट कार्ड के लिए जवान लड़के-लड़कियों का इस तरह लोगों को भरोसे में लेने की कोशिश करना कई जगहों पर देखा जाता है। ऐसे ही लोन, रियल इस्टेट, स्कीम वगैरह लोगों तक पहुंचाने के लिए भी कंपनियों लोगों को रेलवे या बस स्टेशनों की ओर जाती हुई सड़कों पर खड़ी करती हैं। मुंबई में यह आम है।

शनिवार की व्यस्तता के बाद रविवार का अवकाश मतलब का था। तन्वी बहुत दिनों से ट्रेन से घूमने की जिद कर रही थी। स्टेशन पर पहुंच कर मन बदला और तन्वी के साथ गन्नू और भाग्य को भी लेकर टिकट काऊंटर पर आ गया। भाग्य का कोविड टीकाकरण पूरा हो चुका था जिसे काउंटर पर दिखाकर उसने दो स्टेशन बाद का टिकट ले लिया।

तन्वी की खुशी का ठिकाना नहीं था। कौतुकता से वह ट्रेन को आते देख रही थी और ट्रेन में आते ही बाहर देखकर उसकी आंखे खुशी से चमक उठी थी। दो स्टेशन के बाद हमलोग ऊतर कर वापसी की ट्रेन में बैठते इससे पहले मन हुआ कि स्टेशन के बाहर जाकर थोड़ा घूमफिर लिया जाये। बच्चों को बिना कुछ बाहर का खिलाए-पिलाए वापस घर ले जाना उनके बालपन के साथ क्रूरता ही होगी! 

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