Wednesday, September 23, 2020

 

                                                              2012

किसी का स्मृति में गहराई तक शामिल होकर बाहर निकल जाना एक दर्दनाक घटना है जिसकी पीड़ा असहनीय होती है। मसलन ब्रेकअप के बाद अपने साथी की शादी की खबर मिलना या फिर उसे किसी के साथ खुश देखना। यह पीड़ा तब कितनी दर्दनाक हो जाती होगी जब किसी करीब-करीब शादीशुदा आदमी के साथ ऐसा होता होगा! 

किसी आदमी के मौत पर यकीन करके उसकी पत्नी द्वारा दूसरी शादी करना और एक बेटी को जन्म देना। चीजों का दूर तक आगे निकल जाना। चार साल बाद अचानक उस पति के जिंदा होने की खबर मिलना और उस पति का अपने ही पत्नी के घर में एक पराये की तरह आकर अपनी पत्नी से औपचारिक-सा होना। किस हद-तक का दर्द होगा ये!

कास्ट-अवे हॉलीवुड की एक बेहद उम्दा फिल्म है। टर्मिनल के अभिनेता टॉम हेंक्स ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई है। टॉम फेडएक्स में काम करते हैं और एक हवाई दुर्घटना में उनका विमान प्रशांत महासागर में गिर जाता है। टॉम बुरी तरह घायल होते हैं लेकिन समुद्र के तेज बहाव में किसी पहाड़ के किनारे तक वह लहरों के सहारे आ जाते हैं। टॉम वहां करीब चार साल घोर अवसाद और संघर्ष में बिता देते हैं। अपने संघर्ष के दिनों को वह उस लॉकेट को देखते हुए काटते हैं जो उनकी होनेवाली जीवनसाथी उन्हें दी होती है। उस लॉकेट में एक घड़ी होती है और लॉकेट के कवर के ठीक अंदर उनकी हेलेन हंट की तस्वीर होती है। इसके अलावे उस एकांत द्वीप में टॉम के अंदर ऊर्जा भरने का काम कुरियर का वह समान करता है जिसकी डिलिवरी उनको करनी होती है।

कई बार मौत से बाल-बाल बचने के बाद जब टॉम चार साल बाद एक मर्चेंट शिप की नजर में आते हैं तो इसकी खबर उनकी पत्नी को दी जाती है। हेलेन फोन पर यह बात सुनते ही बेहोश होकर गिर जाती है।

बाद में जब टॉम को मालूम चलता है कि जिसको देखकर वह चार साल मौत को चकमा देते रहे वह अब न केवल किसी और आदमी के साथ शादी कर चुकी है बल्कि उसके बच्ची की मां भी बन चुकी है। इस दौरान फिल्माए गये दृश्य आंखों को भर कर दिमाग में अजीब तरह का तनाव पैदा करते हैं। वैसा ही जैसा देवदास फिल्म में शाहरूख खान का चंद्रमुखी के कोठे से गुजरते एक बारात को देखकर घोर व्याकुलता से भर देने का दृश्य मन को झकझोड़ कर रख देता है। 


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