हैप्पी बर्थ डे तन्वी
आज भी याद है जब तड़के फोन आया था और पापा ने बताया था कि लक्ष्मी हुई है। तन्वी का होना दिमाग के कई तरह के विचारों को जन्म दे गया था। तब जो मन में था वह हरदम मन में ही रहा। भाग्य को एक बार बताया था कि तब मन में क्या था।
अब तन्वी बड़ी होती जा रही है। सातवां जन्मदिन पर मैं उसी तरह नहीं रहा जैसे छठे में नहीं रहा था। कैसे रह पाता! भाग्य के साथ तन्वी तेजी से बड़ी हो रही है। कभी उसके बचपन का वीडियो देखता हूं तो कोशिश करता हूं तन्वी के आज के चेहरे में उस चेहरे को ढ़ूंढने का। उसका बोलना, चिल्लाना, मुंह बनाना...
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