Sunday, August 11, 2024

जेजे अस्पताल को दुबारा चक्कर

                                                     शुक्रिया डॉ समकित

2015 में जब डेंगू हुआ था तो जेजे अस्पताल में डॉ समकित से परिचय हुआ था। जैसे आम मराठी होते हैं वैसे ही वह एकदम साफ किस्म के डॉक्टर लगे। बातचीत के दौरान हमारी नजदीकी बढ़ी और फिर अस्पताल से डिस्चार्ज होने से हम दोनों का नंबर एक-दूसरे के फोन में सेव हो गया।

इसके बाद जब महाराष्ट्र में एक बार रेसिडेंट डॉक्टर्स की स्ट्राइक हुई थी तो उसपर स्टोरी के क्रम में मैं जेजे जाकर उनके कुछ साथियों का इंटरव्यू किया जो चैनल पर चला। जब त्नवी होने वाली थी तो वापस डॉ समकित ने जे जे के गायनेकोलोजिस्ट से बात की और सारी सुविधा दिलवाया। समय और रुपये दोनों की बचत। फिर लालबाग के दर्शन के लिए एक बार मुझे उन्हें परेल ले जाने का मौका मिला। इस बीच वाट्सएप स्टेटस पर छोटे-मोटे रिप्लाई का भी सिलसिला चलता रहा।

9 तारीख को जो घटना घटी उसके बाद मन में डर बैठ गया। ब्रेन में कुछ होने की प्रबल आशंका थी क्योंकि सर पर जोर का चोट लगा था। आखिरकार तय हुआ कि समकित को वापस फोन किया जाए। जो रिस्पॉंस था वह बेहद उत्साहजनक था। हॉस्पिटल जाने से पहले मैंने उनके लिए अच्छी मिठाइयां भी ले ली थी क्योंकि उनकी शादी होने के बाद हम पहली बार मिल रहे थे। 10 अगस्त यानि कल जब मैं अस्पताल गया तो वह आईसीसीयू में थे। थोड़ी देर के बाद उन्होंने वहीं बुला लिया। तबतक मैने केस पेपर निकाल लिये थे. हालांकि काउंटर बंद हो चुका था लेकिन वह आदमी सज्जन था जिसने बोर्ड बगल में घिसका कर मेरा केस पेपर निकाल दिया और वापस काउंटर बंद का बोर्ड उसी जगह लगा दिया।

आईसीसीयू में जाते ही पहले मिठाई का डब्बा समकित के हाथ में दिया और कहा कि ये शादी के लिए है। मेरे मन को तसल्ली मिली थी। अगले दो मिनट में वहां पड़े के खाली बेड में मुझे लेटने के लिए कहकर अपने जूनियर्स से बोलकर मेरा ईसीजी और बीपी चेक करवाया गया। रिपोर्ट नॉर्मल थी। इसके बाद वह खुद साथ लेकर न्यूरोलोजिस्ट के पास गये। वहां काउंसिलिंग करवाई। ब्रेन सीटी स्कैन के लिए लिखवाया और नीचे आरएमओ को फोन किया कि रुपये नहीं लेने हैं इसलिए साईन और मुहर मार दें चिट्ठे पे। साथ ही एक जूनियर मेरे साथ भेज दिया। सीटी स्कैन होने के बाद पता चला कि रिपोर्ट तीन दिनों में आएगा। साथ आए जूनियर ने समकित को फोन किया और वहां के स्टाफ से बात करवाया और थोड़ी देर में रिपोर्ट आ गई। रिपोर्ट नॉर्मल थी।

अब आखिरी चिंता खून में संक्रमण को लेकर है जो कल मालूम चल जाएगा। आज सुबह लाल पैथ में जाकर अपने नमूने भी दे दिए। अगर सब ठीक रहा तो बड़ी राहत होगी।

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