Saturday, October 28, 2023

मनोरंजन की जरूरत

 

                                                स्पॉटीफाई वालों, तुम जीते मैं हारा!

गंभीरता चरम पर है। इतनी ज्यादा कि कोई फोन पर हालचाल पूछ ले तो मन थकने लगता है। छह दिन तक शिर्डी में रहकर लौटते हुए यही सोच रहा था कि अगले दिन फिर अहमदनगर के लिए क्या-क्या कपड़े साथ ले जाने हैं। प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम के लिए दफ्तर आदेश जारी हो चुका था।

गाड़ी में ब्लूटूथ तो था लेकिन गाना सुनने का मजा नहीं आ रहा था। स्पॉटीफाई वालों ने अपनी मुफ्त सेवाओं को धीरे-धीरे इतना सीमित कर दिया है कि मनोरंजन के लिए अब उतनी जगह वहां रही नहीं। एक-दो गानों के बाद विज्ञापन, गानों की श्रेणियों में अजीबोगरीब मिश्रण जैसे कि भजन के बाद फिल्मी गाने, पुराने गानों के बाद अचानक पंजाबी गाने जैसी मिक्सिंग ने गाने का पूरा मिजाज किरकिरा कर दिया।

भाग्य भी बिहार में व्यस्त हो चुकी है ऐसे में आखिरकार इस बार स्पॉटीफाई की प्रीमियर सेवा लेने का फैसला कर लिया और झट से क्रेडिट कार्ड से 499 का भुगतान करके निश्चिंत हो गया।

मुझे ठीक-ठीक याद है कि पहले मैं गाना ऐप पर गाने सुनता था और वहां बार-बार विज्ञापन से परेशान हो चुका था तो फिर भाग्य से कहा था कि यार कोई ऐसा ऐप बताओ जिसपर गाना सुना जा सके और बार-बार विज्ञापन की तकलीफ न हो, तो भाग्य ने ही स्पॉटीफाई के बारे में बताया था। उसके बाद से कई बार सोचा था कि किसी भी हाल में इसकी प्रीमियम सर्विस नहीं लूंगा लेकिन अब लगा कि इसके बिना बहुत ही ज्यादा अकेला हो जाऊंगा।


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