अंधकार एक भरोसा जगाता है। अंधकार आत्मचिंतन के सहज मौके देता है। अंधकार ही भेदभाव मिटाता है और अंधकार ही उस वास्तविकता से साक्षात्कार कराता है जो उजाला नहीं कराता है। अंधकार शीतलता देती है और रोशनी उमस पैदा करती है। लिखने को अंधकार की तरफ खड़ा होकर काफी कुछ अच्छी बातें लिखी जा सकती हैं लेकिन जो लिखनी है वह यह कि अंधकार इतना बदनाम क्यूं है!
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