शादी, स्वर्गवास और गन्ने का जूस!
यह रविवार बीतते-बीतते कितनी ही चीजों से वापस सामना करवा गया। रविवार की सुबह होने से पहले देर रात आई एक शादी की फोटो, दिन में मदर्सडे पर मां के बारे में कुछ लिखने का ख्याल और फिर शाम के अंधेरे के बाद सर्वेश के नाना के कोरोना से निधन और जिले में पसरी व्यवस्था से हुए उसके साक्षात्कार की आंखोदेखी!
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